सुपारी गणेश – वैदिक विधि द्वारा अभिमंत्रित | श्री गणेश का दिव्य स्वरूप
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सुपारी गणेश भगवान गणेश के उन शक्तिशाली प्रतीकों में से एक है, जिन्हें सिद्धि, बुद्धि और सफलता का दाता माना गया है।
यह सुपारी स्वाभाविक रूप से गणेश जी के स्वरूप में बनी होती है और इसे शुभारंभ, बाधा निवारण, और सौभाग्य की वृद्धि के लिए विशेष रूप से पूजनीय माना गया है।
नर्मदेश्वर स्टोर द्वारा प्रस्तुत यह अभिमंत्रित सुपारी गणेश वैदिक विधि से गुरुजी के निर्देशन में ऊर्जित (energized) किया गया है, ताकि इसे घर या व्यवसाय स्थल पर रखने से श्री गणेश की कृपा और आशीर्वाद प्राप्त हो सके।
“सुपारी गणेश की महिमा, स्थापना विधि और पूजन प्रक्रिया को विस्तार से समझने के लिए गुरुजी द्वारा प्रस्तुत विस्तृत वीडियो अवश्य देखें।”
सुपारी गणेश का धार्मिक और वैदिक महत्व
गणेश पुराण और स्कंद पुराण में वर्णन है कि जहाँ श्री गणेश की उपस्थिति होती है, वहाँ विघ्नों का प्रवेश नहीं होता।
सुपारी गणेश को घर, मंदिर, या दुकान में स्थापित करने से शुभता, स्थिरता और सफलता का आशीर्वाद मिलता है।
शास्त्रों में यह भी कहा गया है —
“यत्र स्थितो गणाधीशः तत्र सर्वं शुभं भवेत्।”
(भावार्थ: जहाँ गणेश जी का वास होता है, वहाँ हर कार्य शुभ और सफल होता है।)
सुपारी को गणेश स्वरूप में विराजित कर उसकी पूजा करने से राहु और केतु दोष भी शांत होते हैं और जीवन में आने वाली बाधाएँ स्वतः समाप्त हो जाती हैं।
सुपारी गणेश रखने के मुख्य लाभ
1. विघ्न-बाधा से मुक्ति:
गणेश जी को “विघ्नहर्ता” कहा गया है। सुपारी गणेश की पूजा करने से कार्यों में आने वाली अड़चनें, देरी और रुकावटें दूर होती हैं।
यह घर और व्यवसाय दोनों में सफलता के द्वार खोलता है।
2. धन, बुद्धि और सौभाग्य की प्राप्ति:
सुपारी गणेश बुद्धि और विवेक के देवता हैं। इन्हें घर या ऑफिस में स्थापित करने से वित्तीय स्थिरता, निर्णय क्षमता और सौभाग्य की वृद्धि होती है।
3. व्यापारिक और करियर में सफलता:
व्यवसायिक स्थल पर सुपारी गणेश रखने से ग्राहक वृद्धि, धन प्रवाह और स्थायित्व प्राप्त होता है।
जो व्यक्ति नए कार्य या व्यापार की शुरुआत कर रहे हैं, उनके लिए यह विशेष रूप से शुभ है।
4. ग्रह दोष और नजर दोष से रक्षा:
यह सुपारी गणेश घर के वातावरण को शुद्ध करता है और नकारात्मक ऊर्जा को दूर करता है।
यह राहु-केतु और शनि से संबंधित दोषों को भी शांत करता है।
5. गृहस्थ जीवन में शांति और समृद्धि:
सुपारी गणेश को घर में स्थापित करने से परिवार में सौहार्द, प्रेम और सौभाग्य बना रहता है।
यह सदस्यों के बीच सहयोग और समझ को बढ़ाता है।
6. पूजा और साधना में शुभता:
गणेश जी की मूर्ति के साथ सुपारी गणेश को पूजा में रखने से पूजा का फल कई गुना बढ़ जाता है।
यह विशेष रूप से लक्ष्मी पूजन, नववर्ष या नए कार्य आरंभ के अवसर पर शुभ माना जाता है।
सुपारी गणेश की स्थापना विधि
• बुधवार या चतुर्थी के दिन स्नान कर स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
• सुपारी गणेश को गंगाजल और कच्चे दूध से शुद्ध करें।
• पूजा स्थल पर लाल या पीले कपड़े पर रखें।
• “ॐ गं गणपतये नमः” मंत्र का 108 बार जाप करें।
• रोज़ाना पूजा में सुपारी गणेश का ध्यान करें और दीपक जलाएँ।
उत्पाद विवरण (Product Details)
• सामग्री: प्राकृतिक सुपारी (Areca Nut) – गणेश आकार में
• अभिमंत्रण: वैदिक विधि द्वारा गुरुजी के निर्देशन में
• रंग: प्राकृतिक भूरा (आयु बढ़ने के साथ गाढ़ा होता है)
• उपयुक्त: घर, दुकान, मंदिर या ऑफिस के लिए
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सुपारी गणेश – वैदिक विधि द्वारा अभिमंत्रित | श्री गणेश का दिव्य स्वरूप
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